मुजफ्फरनगर 2 फरवरी प्राप्त समाचार के अनुसार
जिला परिषद मार्किट दया मेडिकोज पर मुजफ्फरनगर केमिस्ट एंड ड्रग्सिट वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारी ने मीटिंग का आयोजन किया इसमे केंद्र सरकार ने जो बजट पेश किया है उसमें दवा व्यापारियों के लिए कोई जीएसटी पर कोई घोषणा ना होने से निराशा हाथ लगी है एसोसिएशन के अध्यक्ष ओर यू पी सी डी ए के सहारनपुर और मेरठ मंडल प्रभारी सुभाष चौहान जी ने कहा कि इस बजट में दवा कारोबारी के लिए कुछ नहीं है दवा में जीएसटी को कम रखना चाहिए था जिससे गरीब मरीज को बहुत फायदा होता क्योंकि दवाओं पर 5 से 18% तक का टैक्स है जो सिर्फ 5 % तक होना चाहिए और सरकार ने ऑनलाइन दवा व्यापार मैं अभी तक कोई लगाम नहीं लगाई है जो बिना लाइसेंस बिना फार्मासिस्ट के धडल्ले से काम चल रहा है और हमारे दवा व्यापारी जो 15 और 20 सालो से लाईसेंस लेके काम कर रहे है फिर भी भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार अपने लाइसेंस धारी दवा व्यापारियों को फार्मेसिस्ट के लिए बाध्य करती है यह सरकार का दौहरा चेहरा है
दवा व्यापारियों की उत्तर प्रदेश सरकार किसी भी समस्या का समाधान नहीं करना चाहती है यह संस्थापक चेयरमैन प्रमोद मित्तल जी ने कहा
और महामंत्री विजेंद्र शर्मा ने कहा सरकार पूंजीपति एवं बड़े उद्योग पति लोगों की ही सुनती है इस मीटिंग में कोषाध्यक्ष सतीश तायल दिव्या प्रताप सोलंकी मनोज गर्ग मुकेश सोम मयंक बंसल सुरेंद्र गर्ग पंकज तनेजा राजेश चौधरी विकास जी तोमर जी सुबोध जैन मनीष गर्ग चन्द्र प्रकाश अनुज मित्तल सुमित धवन आदि उपस्थित रहे
दवा विक्रेताओं की बैठक हुई संपन्न............................